कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
राम जी के साथ जो हनुमान नहीं होते लिरिक्स व वीडियो ( राम जी के साथ…
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ।।
दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न Shiv chaisa दिए इच्छित वर॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
Lord, if the ocean was churned as well as the lethal poison emerged, out of your respective deep compassion for all, You drank the poison and saved the earth from destruction. Your throat became blue, So You Shiv chaisa are often known as Nilakantha.
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
लिङ्गाष्टकम्
वो मेरा है तारण हारा, उस से मेरा जग उजारा।